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मुक्ति की इच्छा ही बंधन न बन जाए || आचार्य प्रशांत (2017)

2019-11-29 1 Dailymotion

वीडियो जानकारी:<br /><br />शब्दयोग सत्संग<br />९ जुलाई, २०१७<br />अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा<br /><br />प्रसंग:<br />क्या मुक्ति की इच्छा ही बंधन है?<br />मुक्ति कैसे मिलेगी?<br />पूर्णता में कैसे जीये?<br />कैसे पता चले कि हम मुक्ति के रास्ते पर हैं या नहीं?<br />मुक्ति के लिए कौन सा मार्ग अपनाएँ?<br />अपने बंधनों को कैसे काटें?<br />बंधनों से मुक्ति कैसे पाएँ?<br />अध्यात्म में मुक्ति का क्या अर्थ है?<br />मुक्त जीने का क्या अर्थ है?<br />मुक्ति पथ पर कौन-कौन से समझौते करने पड़ते हैं?<br />मुक्ति का असली अर्थ क्या है?<br />कैसे जाने की हम मुक्त हैं?<br />अगर हम बंधन में जीये जा रहे तो मुक्त कैसे जीये?<br />क्या वर्तमान में जीना ही मुक्त में जीना है?<br /><br />संगीत: मिलिंद दाते

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